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Video:दागी ब्लैक लिस्टेड लोगो पर आबकारी अधिकारी मेहरबान ,क्या इनके बिना नहीं चलता इनका काम ? सीबीडी बिल्डिंग बना शराबियों का अड्डा, मनपसंद ऐप यूजलेस

रायपुर : छत्तीसगढ़ के शराब दुकान अब दागी और ब्लैकलिस्टेड लोगो के बिना चल नहीं पा रही है। ताजा मामला राजधानी रायपुर के सड्डू स्थित विदेशी शराब...



रायपुर : छत्तीसगढ़ के शराब दुकान अब दागी और ब्लैकलिस्टेड लोगो के बिना चल नहीं पा रही है। ताजा मामला राजधानी रायपुर के सड्डू स्थित विदेशी शराब दुकान का है जहा कार्यरत सुपरवाइजर इंद्रेश कुर्रे जो पूर्व में बिलासपुर के लिंगियाडिह स्थित विदेशी शराब दुकान में शराब में पानी मिलने के मामले में आबकारी अधिकारी ऐश्वर्या मिंज द्वारा तत्काल प्रभाव से उसके पद से हटा दिया गया था। यह पूरी कार्रवाई बीते अगस्त के माह में की गई थी.अब इंद्रेश कुर्रे को बिना किसी जांच पड़ताल के एक बार फिर BIS कंपनी के अधिकारियों व कर्मचारियों एवं आबकारी विभाग के अधिकारी प्रकाश देशमुख द्वारा सड्डू स्थित विदेशी शराब दुकान का सुपरवाइजर नियुक्त किया गया है।



जब मीडिया ने इंद्रेश कुर्रे के बारे में  बिलासपुर आबकारी अधिकारी ऐश्वर्या मिंज से फोन पर चर्चा की तो उन्होंने बताया कि इंद्रेश कुर्रे को अगस्त में उसके कार्य से पृथक किया गया था। लेकिन जब उसके कार्यमुक्त का कारण अधिकारी जी से पूछा तो वह गोल मटोल जवाब देने लगीं। वहीं जब इनसे बिलासपुर आबकारी उपायुक्त नवनीत तिवारी का नम्बर मांगा तो नम्बर देने से इनकार करते हुए फोन तक काट दिया।


 जानकारी के अनुसार इंद्रेश कुर्रे को पूर्व में नम्बर 1 की ब्रांड की शराब में पानी मिलावट के केस में कार्य मुक्त किया गया था। लेकिन इंद्रेश कुर्रे वर्तमान में सड्डू स्थित विदेशी शराब दुकान का सुपरवाइजर बन कार्य कर रहा है। अब बडा सवाल यह उठता है कि पूर्व में जिस व्यक्ति पर मिलावट के आरोप लगे उसे वर्तमान में भी सुपरवाइजर की कमान सौंपी गई। यह सारे सवाल आबकारी विभाग के अधिकारियों व BIS कंपनी के कर्मचारियों  के कार्यशैली पर बड़े सवाल खड़े करते हैं।



मनपसंद एप्प पर दिखता कुछ और दुकान में हालत कुछ 


सरकार ने दुकानों में ग्राहकों की सुविधा में इजाफा करने " मनपसंद एप्प "लांच किया।  लेकिन ग्राहकों को इससे कुछ भी मदद नहीं लिटी दिख रही।  जहा एप्प में बोत्तलो की संख्या उपलब्ध होती है पर दुकानों पर स्टाफ बताते है की यह ब्रांड उपलब्ध नहीं है और एप्प में दिए गए शिकायत नंबर पर भी कुछ नहीं होता।  इस तरह ये एप्प को जिस मकसद से बनाया गया यह भी संदेहजनक है। 



शराब दुकानों में ओवर रेटिंग के अलावा कोचिया लोगो को और बार में देर रात तक शटर खोलके बियर और शराब दिया जा रहा है। इसके लिए अधिकारियो द्वारा किये जा रहे दावे सभी खोखले साबित हो रहे है।  परन्तु बड़े अधिकारी इस पर लगाम लगाने में नाकाम नजर आ रहे है।



निजात अभियान की उड़ रही धज्जिया 


वही नया रायपुर सीबीडी बिल्डिंग स्थित शराब दुकान के पीछे रोज शराबियो का जमावड़ा लगा रहता है जहा शराबी ग्रुप में बड़ी संख्या में बैठ के जाम छलकाते नजर आते है और बेख़ौफ़ बैठ कर शराब सेवन करते है।  कुछ दुकान वाले अहाता के जैसे प्लास्टिक गिलास और पानी का व्यवस्था भी करते है।  इस पर दुकान के प्रभारी अधिकारी क्यों मौन है। जबकि इसकी जानकारी दुकान के प्रभारी अधिकारी डी.डी. पटेल जी को है पर फिर भी  इस पर डी.डी. पटेल जी कुछ नहीं कर रहे। क्या उनके सहयोग से ये सब तो नहीं हो रहा। उनसे जब इस मामले में बात करने संपर्क किया गया तो उन्होंने कॉल ही नहीं उठाया। आस पास के लोग बताते है वहा यह नजारा आम है पूर्व में पुलिस के द्वारा पेट्रोलिंग करके खदेड़ा गया था पर शराबी वहा बैठने से बाज नहीं आते और बिंदास महफ़िल सजाते है। पुलिस की निजात अभियान पर भी ये अड्डा बड़ा सवाल है जहा पोस्टरों में बस निजात मिल रहा है. 



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