सूरजपुर। ओड़गी विकासखण्ड़ के आंगनवाड़ी केन्द्र कालामांजा में ग्रामीणों से टीबी मुक्त पंचायत को लेकर चर्चा किया गया। टीबी मुक्त पंचायत की वस्...
सूरजपुर। ओड़गी विकासखण्ड़ के आंगनवाड़ी केन्द्र कालामांजा में ग्रामीणों से टीबी मुक्त पंचायत को लेकर चर्चा किया गया। टीबी मुक्त पंचायत की वस्तु स्थिति को जानने के लिए स्वास्थ्य विभाग ओड़गी और पिरामल फाऊंडेशन ने संयुक्त कार्ययोजना बनाकर ग्रामीण अंचलों में सम्पर्क करना प्रारंभ कर दिया है।
पंचायतों की वस्तु स्थिति क्या है इसका मूल्यांकन के उद्देश्य से पंचायत कालामंजा में ग्रामीण जनों के साथ बैठक किया गया। बैठक में जो तथ्य सामने आया उससे यही समझ बनी कि टीबी को लेकर प्रत्येक माह समीक्षा करने की जरूरत है। पंचायतों और आयुष्मान आरोग्य मंदिर के अनुसार डाटा संग्रह कर समीक्षा करना लाभदायक होगा।
खण्ड़ कार्यक्रम प्रबंधक सखन आयाम ने कहा कि मितानिन बहनों का सहयोग तो अच्छा है पर हमें और अधिक अन्य लोगों से समन्वय स्थापित कर कार्यक्रम को और अधिक गति देने की आवश्यकता है। टीबी फ्री पंचायत के मापदंडों को ध्यान में रखते हुए कार्य करना है आंगनवाड़ी कार्यकर्ता स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों और जनप्रतिनिधियों से सहयोग लेना होगा।
पिरामल फाऊंडेशन के जिला कार्यक्रम अधिकारी महेन्द्र तिवारी ने कहा कि अपने कार्यों का मूल्यांकन हम स्वयं करें वर्तमान स्थिति में कहां पर है और दिसम्बर तक परिणाम क्या होगा इस तथ्य पर विचार करते हुए कार्य करेंगे तो टीबी मुक्त पंचायत का सपना साकार होगा।
जिला कार्यक्रम समन्वयक राज नारायण द्विवेदी ने कहा कि टीबी को खत्म करने से स्वयं और समाज को क्या लाभ होगा इस तथ्य को आम जनता के बीच बतायें। आने वाली पीढ़ी टीबी के भय से कैसे मुक्त होगी। टीबी का रोगी आपके पंचायत या आस-पास नहीं है तो टीबी होने का भय खत्म हो जाएगा। इसी तथ्य को देखते हुए ज्यादा से ज्यादा सम्भावित टीबी पेसेंटों का जांच करवाने का लक्ष्य रखा गया है जब इस बात को आम जनता समझ जायेगी तो टीबी मुक्त पंचायत का लक्ष्य पुरा हो जायेगा ।
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