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शराब दुकानों में पदस्थ कर्मचारी आबकारी विभाग द्वारा तय की गई राशि से ज्यादा कीमत पर बेच रहे शराब

 रायपुर, 19 जुलाई 2024 । राजधानी रायपुर की शराब दुकानों में ओवर रेटिंग का खेल शुरु हो गया है। शराब दुकानों में पदस्थ कर्मचारी आबकारी विभाग द...




 रायपुर, 19 जुलाई 2024 । राजधानी रायपुर की शराब दुकानों में ओवर रेटिंग का खेल शुरु हो गया है। शराब दुकानों में पदस्थ कर्मचारी आबकारी विभाग द्वारा तय की गई राशि से ज्यादा कीमत शराब बेच रहे है। जो लोग कर्मचारियों द्वारा बताई गई रकम नहीं देते, उन्हें शराब नहीं दी जाती है।


वहीं तय क़ीमत पर शराब देने की बात कहने पर शराब दुकानों में मारपीट और गुंडागर्दी की जा रही है। आबकारी विभाग के अफसरों को भी इसकी जानकारी है, लेकिन अफसर इन दुकानों पर कार्रवाई नहीं कर रहे है। लगातार इसकी शिकायत रायपुर जिला आबकारी अधिकारी विकास गोस्वामी से भी की गई, बावजूद अब तक इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।120 का क्वाटर 140 में बेच रहे दुकानदार


राजधानी रायपुर के भाठागांव इलाके में स्थित देशी शराब दुकान का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है। दुकान में खड़ा कर्मचारी देशी शराब के क्वाटर को 120 की जगह 140 में दे रहा है। वायरल वीडियो में कर्मचारी स्वीकार कर रहा है, कि आज से शराब महंगी हो गई है। अब इसी रेट में शराब हमेशा मिलेगी। यही हाल लालपुर, टाटीबंध, तेलीबांधा, विधानसभा, उरला समेत जिले की अन्य शराब भटि्टयों का है।


पिछली सरकार में हुआ था बडा घोटालाकांग्रेस सरकार में नकली होलोग्राम वाली शराब बेचकर और शराब में ओवर रेटिंग करके सिंडिकेट ने अरबो रुपए का घोटाला किया है। इस घोटाले की जांच जारी है। सीएम साय ने मीडिया से चर्चा के दौरान शराब घोटाले में शामिल सभी आरोपियों पर ठोस कार्रवाई करने की बात बोली है। सीएम के इस निर्देश के बाद भी आबकारी अधिकारी प्लेसमेंट के कर्मचारियों को ज्यादा भाव में शराब बेचने की खुली छूट देकर रखा है। विभागीय अधिकारियों की यह कार्यप्रणाली पूरे खेल में उनकी मिलीभगत का इशारा कर रही है।


विभाग को हर दिन लाखों की चपतशराब में ओवर रेटिंग करके जिले में लाखों और प्रदेश में करोड़ो रुपए की चपत लगाई जा रही है। ओवर रेटिंग के खेल में कौन-कौन शामिल है ? इस सवाल का जवाब विभागीय अधिकारियों के पास नहीं है। अब गौर करने वाली बात ये है कि जिले के अफसरों द्वारा की जा रही लापरवाही पर मुख्यालय के अधिकारी किस तरह से नियंत्रण लगा पाएंगे।

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