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ओड़गी ब्लॉक के सभी पंचायतों को टीबी मुक्त पंचायत के लिए बनाई गई रणनीति

सूरजपुर। विगत दिनों अनुविभागीय अधिकारी के अध्यक्षता में हुई टीबी फोरम की बैठक में लिए गये निर्णयों को ध्यान में रखते हुए और अनुविभागीय अधिका...

सूरजपुर। विगत दिनों अनुविभागीय अधिकारी के अध्यक्षता में हुई टीबी फोरम की बैठक में लिए गये निर्णयों को ध्यान में रखते हुए और अनुविभागीय अधिकारी के निर्देशों के परिपालन में स्वास्थ्य विभाग ओड़गी का समीक्षा बैठक आहूत हुई। जिसमें स्वास्थ्य विभाग के ब्लॉक तथा सेक्टर एवं जमीनीस्तर के कार्यकर्ता और अधिकारी तथा क्षय उन्मूलन कार्यक्रम में सहयोगी संस्था पिरामल फाऊंडेशन लोग उपस्थित रहे। खण्ड़ चिकित्सा अधिकारी द्वारा जारी आदेश में समीक्षा बैठक के  ऐजेण्डे में पूर्व से सम्बंधित विषय निर्धारित था जिस पर खण्ड कार्यक्रम प्रबंधक सखनराम आयाम के द्वारा एक एक विषयों पर सविस्तार चर्चा किया गया।

सखनराम ने विभागीय कर्मचारियों से जमीन स्तर की चुनौतियां भी पुछी और राष्ट्रीय कार्यक्रमों तथा  जिला और राज्य से प्राप्त का निर्देशों के विषय में व्यापक चर्चा किया। विगत वर्ष ओड़गी विकासखण्ड़ के बारह पंचायतों ने टीबी मुक्त पंचायत के मापदंडों को पुरा किया था इस बार सभी पंचायतों को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है जिला कलेक्टर रोहित व्यास के द्वारा जारी आदेश में टीबी की प्रमुखता प्रथम स्थान पर है इस विषय में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।

ओड़गी ब्लॉक को टीबी मुक्त बनाने के लिए विशेष रूप से रणनीति निर्धारण हेतु उपस्थित पिरामल फाऊंडेशन के राज नारायण द्विवेदी ने बताया कि 2025 तक सम्पूर्ण भारतवर्ष को टीबी मुक्त बनाना है जिस क्रम में टीबी मुक्त पंचायत की प्रक्रिया चल रही है। आयुष्मान आरोग्य मंदिर हर माह अपनी समीक्षा करें की हमें कितना लक्ष्य मिला था और आजतक कहां तक पहुंचें है । जनसंख्या के अनुपात में जांच की सुनिश्चितता ही टीबी मुक्त पंचायत का प्रमुख मापदंड है । निक्षय दिवस प्रत्येक माह 14 तारीख को मनाना होता है जिसपर कर्मचारीयों का उत्तर नहीं मिलने से उच्च अधिकारियों ने नाराजगी व्यक्त की और सख्त आदेश दिया गया की इस गतिविधि को अनिवार्य रूप से करना है और पंजी में अंकित भी करना।

पिरामल फाऊंडेशन के जिला कार्यक्रम अधिकारी महेन्द्र तिवारी ने संख्यात्मक विश्लेषण पर फोकस किया प्रत्येक प्रथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अनुसार डाटा दिखाया गया। कुछ सेन्टरों में समस्या थी जिसे तत्काल दूर किया गया। नि-क्षय पोटल की एन्ट्री से ही विभाग का काम दिखता है इसे अभ्यास में लाने की जरूरत है। बैठक में ओमप्रकाश राजवाड़े एमटीएस, कविर सिंह एसटीएस, रितुराज सिन्हा, डीएन रवि, अरविंद यादव, यू आर ध्रुव, दलसाय पैकरा गोपाल सरण सिंह, बी आर यादव,निरेश दुबे, कुंवर सिंह आदि उपस्थित रहें।

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