नदियों के उफान को देखते हुये निचले इलाके के लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने का अलर्ट जारी किया गया है. जल संसाधन विभाग ने अपने सभी तटब...
नदियों के उफान को देखते हुये निचले इलाके के लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने का अलर्ट जारी किया गया है. जल संसाधन विभाग ने अपने सभी तटबंधों को सुरक्षित होने का दावा किया है. संवेदनशील स्थलों पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों की तैनाती की गई है. साथ ही जल संसाधन विभाग की टीमें सभी तटबंधों की दिन-रात निगरानी कर रही हैं.
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गोपालगंज जिले के डुमरियाघाट में गंडक नदी का जलस्तर रविवार सुबह छह बजे खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर ऊपर था. इसमें बढ़ोतरी की संभावना है. सीतामढ़ी जिले के देगब्रिज में बागमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 22 सेंटीमीटर ऊपर था. इसमें 27 सेंटीमीटर की कमी की संभावना है. मुजफ्फरपुर जिले के रून्नी सैदपुर में बागमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 30 सेंटीमीटर ऊपर था. इसमें बढ़ोतरी की संभावना है.
मधुबनी जिले के जयनगर में कमला बलान का जलस्तर खतरे के निशान से 20 सेंटीमीटर नीचे था. इसमें 80 सेंटीमीटर की कमी होने की सम्भावना है. मधुबनी जिले के झंझारपुर में कमला बलान नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 20 सेंटीमीटर नीचे था. इसमें कोई परिवर्तन नहीं होने की संभावना है.
सुपौल जिले के बसुआ में कोसी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 50 सेंटीमीटर नीचे था. इसमें 35 सेंटीमीटर की वृद्धि की संभावना है. खगड़िया जिले के बलतारा में कोसी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 12 सेंटीमीटर नीचे था. इसमें 79 सेंटीमीटर की वृद्धि होने की सम्भावना है. किशनगंज जिले के तैयबपुर में महानंदा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से आठ सेंटीमीटर नीचे था. इसमें दो सेंटीमीटर कमी की संभावना है.
सीमांचल में नदियों का जलस्तर
पूर्णिया जिले के देगराघाट में महानंदा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 74 सेंटीमीटर ऊपर था. इसमें 21 सेंटीमीटर वृद्धि की संभावना है. कटिहार जिले के झावा में महानंदा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 18 सेंटीमीटर नीचे था. इसमें 23 सेंटीमीटर की वृद्धि होने की संभावना है. अररिया में परमान नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 16 सेंटीमीटर ऊपर था. इसमें नौ सेंटीमीटर वृद्धि की संभावना है.
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