गरियाबंद। कलेक्टर दीपक कुमार अग्रवाल ने जिला कार्यालय के सभा कक्ष में महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों और महिला सेक्टर सुपरवाइजर के स...
गरियाबंद। कलेक्टर दीपक कुमार अग्रवाल ने जिला कार्यालय के सभा कक्ष में महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों और महिला सेक्टर सुपरवाइजर के साथ समीक्षा बैठक की। कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं सेवाओं और कार्यक्रमों की गहन समीक्षा की कलेक्टर ने विभागीय अधिकारियों से कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग का कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि महिलाओं किशोरी बालिकाओं और बच्चे के विकास के लिए महिला बाल विकास विभाग का दायित्व जवाबदेही पूर्वक निर्वहन करना होता है। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रीता यादव, जिला कार्यक्रम अधिकारी अशोक पाण्डेय सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने पोषण निवेश अभियान के तहत सभी नवविवाहित महिलाआ, गर्भवती और शिशुवती माताओं को पांच-पांच फलदार पौधे अपने - अपने घर के बाड़ियों में रोपण के लिए प्रेरित करने को कहा। जिससे कि आने वाली पीढ़ियों के बच्चों को उनके शरीरिक स्वास्थ्य के लिए उन्हें फल मिल सके। उन्होंने कहा कि लगाये गये पौधों को विशेष रूप से ध्यान रखते हुए बड़ा करें। उन्होंने जिले के सभी ऑगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं को ऑगनबाड़ी केन्द्रों पर जल्दी फल लगने वाले पौधे लगाने के निर्देश दिये। समीक्षा के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पदों पर भर्ती प्रक्रिया की परियोजना वार जानकारी ली और भर्ती प्रक्रिया समय अवधि में पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रत्येक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का कार्य में कुशलता के लिए उनको अच्छे से जानकारी दे। उन्होंने उपस्थित महिला सुपरवाइजरों से कहां की पोषण ट्रैकर ऐप में डेटा प्रविष्टि में गलतियां ना करें। सही जानकारी प्रविष्टि करें एवं बच्चों के रेडी टू ईट वितरण की एंट्री करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि सभी पर्यवेक्षक, एएनएम, मितानिन, बीएमओ और परियोजना अधिकारी बैठक कर गर्भवती महिलाओं एवं शिशुवती माताओं एवं एनीमिक महिलाओं के स्वास्थ्य पर योजना बनाकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा संचालित महत्वाकांक्षी योजनाओं जैसे मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना, मिशन वात्सल्य योजना, बेटी बचाव-बेटी पढ़ाओं, सुकन्या समृद्धि योजना, पोषण पुनर्वास केन्द्र, नोनी सुरक्षा योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना एवं कन्या विवाह योजनाओं का लाभ सभी पात्र महिलाओं व हितग्राहियों को देना सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने जल जीवन मिशन तहत ऑगनबाड़ी केन्द्रों में रनिंग वॉटर की व्यवस्था करने के निर्देश दिये। बैठक में उन्होंने विभाग द्वारा संचालित महतारी वंदन योजना की समीक्षा कर प्राप्त राशि के उपयोग सुनिश्चित करने एवं योजना से लाभान्वित करने एवं इस योजना से संबंधित जानकारी गांवों में देने को कहा। उन्होंने भी सेक्टर सुपरवाइजर को क्षेत्र में सतत भ्रमण कर अपने कार्यो को जिम्मेदारी पूर्वक करने को कहा। उन्होंने जिले में बाल विवाह रोकने के लिए लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिये। इस दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले सुपरवाईजर व पर्यवेक्षक को सम्मानित किया गया।
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