रायपुर। अक्षय तृतीया का पर्व महज दो दिन शेष रह गया है। 10 मई को अक्षय तृतीया मनाई जाएगी। ऐसे में बाजार में गुड्डा, गुड़िया सहित उनके विवाह व...
रायपुर। अक्षय तृतीया का पर्व महज दो दिन शेष रह गया है। 10 मई को अक्षय तृतीया मनाई जाएगी। ऐसे में बाजार में गुड्डा, गुड़िया सहित उनके विवाह व रस्मों में उपयोग की जाने वाली सामग्री की बिक्री शुरू हो गई है। अक्षय तृतीया के दिन गुड्डा-गुड़िया की शादी नन्हें बच्चों द्वारा पूरे रीति रिवाज के साथ कराई जाती है। वहीं साल भर में सबसे ज्यादा विवाह इसी दिन होते हैं। अक्षय तृतीया के दिन को शुभ माना जाता है। ऐसे में इस दिन मुहूर्त हो या न हो लेकिन सबसे ज्यादा शादी इसी दिन होती है। इस अवसर पर ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ शहर में भी बड़ी संख्या में विवाह होंगे। इसके चलते छत्तीसगढ़ी रस्मों-रिवाज से होने वाली शादियों में रेडिमेड बांस से बने सूपा, पर्स, टोकनी, तोरण, कटार, रंग-बिरंगी पंखे, सितारों से बने मोर-मुकुट के अलावा पूजन सामग्री और दूल्हा-दुल्हन के लिए कपड़े का बाजार सज चुका है।
लोग शादी की खरीदारी करने परिवार समेत पहुंच रहे हैं। अक्षय तृतीया को लेकर सराफा, बर्तन और रेडीमेड कपड़ों की बिक्री में 30 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है। ग्रामीण क्षेत्रों से लोग बड़ी संख्या में खरीदारी करने पहुंचने लगे हैं। अक्षय तृतीया में ग्रामीण क्षेत्र के साथ-साथ शहर में बड़ी संख्या में शादियां होती हैं।
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