रायपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के रायपुर मंडल की ट्रेनों की साफ-सफाई और मरम्मत करने रेलवे ने केंद्री स्टेशन में कोचिंग डिपो बनाने की तैयार...
रायपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के रायपुर मंडल की ट्रेनों की साफ-सफाई और मरम्मत करने रेलवे ने केंद्री स्टेशन में कोचिंग डिपो बनाने की तैयारी की है। मंडल के अधिकारियों का कहना है कि राजधानी के मुख्य स्टेशन में मंडल की गाड़ियों को खड़ी करने और साफ-सफाई के लिए जगह नहीं है। वर्तमान में ट्रेनों का मरम्मत व रखरखाव दुर्ग और बिलासपुर डिपो में होता है। इसके अलावा मंडल की कुछ गाड़ियां दुर्ग से रायपुर आती हैं। मंडल में कोचिंग डिपो बनाने को लेकर लंबे समय से जगह की तलाश हो रही है। इसलिए केंद्री स्टेशन में कोचिंग डिपो बनाने की तैयारी चल रही है। भविष्य में यहीं से मंडल की ट्रेन मुख्य स्टेशन के लिए रवाना होगी। नवा रायपुर के केंद्री में स्टेशन बनकर तैयार हो चुका है, जबकि अभनपुर और नया रायपुर व मुक्तांगन स्टेशन में कार्य जारी है। नवा रायपुर से धमतरी के बीच छोटी रेल लाइन पर बड़ी पटरी बिछाने का काम इन दिनों तेजी से चल रहा है। रेलवे मंडल के अधिकारियों के मुताबिक रायपुर स्टेशन से रवाना होने वाली गरीब रथ और सिकंदराबाद एक्सप्रेस रायपुर मंडल की ट्रेन है। वर्तमान में ट्रेन के रायपुर पहुंचते ही प्लेटफार्म में ही सफाई होती और पानी भरकर रवाना किया जाता है। कोचिंग डिपो बनाने के बाद मंडल की इन ट्रेनों की सफाई और बेहतर होने लगेगी।
इसके अलावा केंद्री में डिपो बनने से मंडल की जो ट्रेन दुर्ग से रायपुर आती है, वह सीधे केंद्री स्टेशन जाएगी। दुर्ग से रायपुर आने में ट्रेनों को 45 मिनट का समय लगता है, जबकि केंद्री से रायपुर आने में 20 से 25 मिनट लगेगा। केंद्री से ट्रेन रवाना होगी, तो उस रूट के यात्रियों को भी लाभ मिलेगा। वर्तमान में नवा रायपुर रूट में लोकल ट्रेन चलाने की योजना पर रेलवे प्रबंधन काम कर रहा है। मंडल के अधिकारियों ने बताया कि कोचिंग डिपो बनाने को लेकर तैयारी चल रही है। प्रस्ताव बनाकर जोन मुख्यालय भेजा गया है, वहां से मंजूरी मिलने के बाद तेजी से काम किए जाएंगे। नवा रायपुर में ट्रेनों का परिचालन शुरू होने पर करीब दो साल और लग सकता है। यहां 50 प्रतिशत ही स्टेशन का निर्माण कार्य हुआ है। वहीं नवा रायपुर समेत तीन अन्य स्टेशनों का निर्माण कार्य 2020 तक एनआरडीए को पूरा कर रेलवे को देना था, लेकिन फंड की कमी और एजेंसी की लेटलतीफी के कारण यह प्रोजेक्ट हर साल पिछड़ता गया। केंद्री का रेलवे स्टेशन रेलवे को करना था, जिसे रेलवे ने पूरा कर लिया है। अब धमतरी तक पटरी बिछाने का काम तेजी से चल रहा है।
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