रायपुर। छत्तीसगढ़ की पावन धरा रायपुर में सकल जैन समाज हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 15 दिवसीय 2623 वा महावीर जन्म कल्याणक महामहोत्सव बड़े धूम धा...
रायपुर। छत्तीसगढ़ की पावन धरा रायपुर में सकल जैन समाज हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 15 दिवसीय 2623 वा महावीर जन्म कल्याणक महामहोत्सव बड़े धूम धाम से मनाएगा। जन्म कल्याणक महोत्सव समिति 2024 के अध्यक्ष जितेंद्र गोलछा महासचिव वीरेंद्र डागा कोषाध्यक्ष अमित मूणत कार्यकारी अध्यक्ष अमर बरलोटा मीडिया प्रभारी प्रणीत जैन ने बताया की महावीर जयंती जैन धर्म के सबसे महत्वपूर्ण त्यौहारों में से एक है। हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को महावीर जन्म उत्सव मनाया जाता है। यह त्यौहार भगवान महावीर के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है जो कि भारतीय इतिहास में सभी इंद्रिय संयम को धारण करने वाले एक महान तीर्थंकर धर्मप्रचारक थे।
उन्होंने बताया कि इस साल महावीर जयंती 21अप्रैल (रविवार) को है। जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर महावीर स्वामी का जन्म बिहार के कुडलपुर में हुआ था। भगवान महावीर के बचपन का नाम वर्धमान था। कहा जाता है कि 30 वर्ष की आयु में इन्होंने राज महलों के सुख को त्याग कर सत्य की खोज में जंगलों की ओर मोक्ष मार्ग प्रशस्त करने विहार कर गए। घने जंगलों में रहते हुए इन्होंने बारह वर्षों तक कठोर तपस्या की, जिसके बाद ऋजुबालुका नदी के तट पर साल वृक्ष के नीचे उन्हें कैवल्य ज्ञान की प्राप्ति हुई थी।
जैन धर्म के अनुसार जो व्यक्ति भावनाओं और इंद्रियों पर विजय प्राप्त कर सकता हैं, वही तीर्थंकर कहलाता है। भगवान महावीर ने अपने राज-पाट का त्याग कर के संन्यास मार्ग अपना लिया था। राज परिवार में जन्म लेने के बावजूद भी महावीर स्वामी को उस जीवन में कोई रस नहीं था। 30 साल की उम्र में उन्होंने खुद को समस्त संसार से दूर कर लिया और आत्म कल्याण के रास्ते पर निकल पड़े थे। बता दें कि महावीर जन्म उत्सव का पर्व जैन धर्म के अनुयायियों द्वारा जन कल्याण के उपलक्ष्य में भी मनाया जाता है।भगवान महावीर ने समाज के सुधार और लोगों के कल्याण के लिए उपदेश दिए।महावीर स्वामी को समस्त जैन समुदाय में श्रद्धा के साथ याद किया जाता है और इस अवसर पर रायपुर राजधानी के सभी जिनालयो, जैन मंदिरों में पूजा अर्चना,प्रभात फेरी, शोभायात्रा, सम्मेलन, संत समागम, सांस्कृतिक कार्यक्रम,भोग प्रसादी भंडारा,आदि कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। धार्मिक ग्रंथों के पाठ और व्याख्यानों का आयोजन किया जाता है। विश्वस्तरीय महावीर जन्म कल्याणक महामहोत्सव इस वर्ष भी काफी धूम-धाम से मनाया जाएगा।
6 से 20 अप्रेल तक 15 दिवसीय प्रभात फेरी का शुभारंभ होगा जो की रायपुर के अलग अलग जैन मंदिरों,कॉलोनी, मोहल्लो, वार्डो से निकाली जायेगी। यह प्रभात फेरी प्रतिदिन सुबह 6.30 बजे से निकली जायेगी, जिसमे पुरुष वर्ग श्वेत एवं महिलाए केसरिया परिधान में शामिल होंगी। प्रतिदिन प्रभात फेरी पश्चात 5 वर्ष से 15 वर्ष के बच्चो के लिए धार्मिक फैंसी ड्रेस एवं धार्मिक प्रश्नोत्तरी का कार्यक्रम होगा। 6 अप्रैल शनिवार को प्रभात फेरी का शुभारंभ होगा। सुबह 6.30 बजे यह प्रभात फेरी न्यू राजेंद्र नगर स्थित श्वेतांबर जैन मंदिर वर्धमान नगर से शुरू होकर अम्लीडीह चौक होते हुए वापस श्वेतांबर जैन मंदिर वर्धमान नगर में समाप्त होगी।प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों में 7 अप्रैल को जीव दया दिवस का आयोजन किया गया है जो की प्रातः 6 बजे से शुरू होकर शाम 5 बजे समाप्त होगा जिसमे राजधानी के पशु पक्षियों मवेशियों कि सेवा की जायेगी। प्रातः 10 से शाम 5 बजे तक बजे स्किल डेवलपमेंट का कार्यक्रम रखा गया है। 12 अप्रैल को सामुहिक सामायिक आराधना, 14 अप्रैल को प्रातः 8 बजे जैन ध्वजा रोहण एवं अन्य कार्यक्रम, 15 अप्रैल को जैन व्यापार मेला एवं जैन गोट टेलेंट शो, 16 अप्रैल को संस्कृति की शाम जिनशासन के नाम, 17 अप्रैल को माता त्रिशला के लाल वर्धमान महावीर, 18 अप्रैल को प्रभु की भावपूर्ण भक्ति, 19 अप्रैल को मोक्ष के प्रेमी एवं शाली भद्र पर भव्य नाटिका, 20 अप्रैल को जैन कवियत्री सम्मेलन, 21 अप्रैल को सुबह विशाल भव्य शोभा यात्रा, स्वास्थ्य शिविर, शासन रत्न सम्मान, भगवान महावीर की 2623 दीपो से आरती आदि कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। प्रतिदिन आम नागरिकों के लिए रायपुर के विभिन्न स्थानों में महावीर प्रसादी भंडारा के आयोजन के साथ 15 दिवसीय रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया है। सम्पूर्ण आयोजन में प्लास्टिक का उपयोग पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा।
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