कवर्धा, 08 जुलाई 2023 धनेश कुमार को अंततः न्याय मिल गया। धनेश कुमार अपनी पत्नी की मृत्यु के बाद असंगठित कर्मकार मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता...
कवर्धा, 08 जुलाई 2023
धनेश कुमार को अंततः न्याय मिल गया। धनेश कुमार अपनी पत्नी की मृत्यु के बाद असंगठित कर्मकार मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना का लाभ लेने के लिए कलेक्टर जनदर्शन में आवेदन दिया था। उनकी पत्नी लक्ष्मी बाई असंगठित खेतिहर मजदूर के रूप में पंजीकृत थी। इस योजना के तहत एक लाख रूपए की स्वीकृति मिली है।
धनेश कुमार की पत्नी लक्ष्मी बाई राज्य शासन के श्रम विभाग के सचांलित असंगठित कर्मकार राज्य सामाजिक कल्याणकारी योजनाओं के अतर्गत असंगठित खेतिहर मजदूर के रूप में पंजीकृत थी। वह ग्राम मजगांव की थी। लक्ष्मी बाई कैंसर से पीडित थी। उनका उपचार चल रहा है। उपचार के दौरान 16 जुलाई 2022 को मृत्यु हो गई। उनके पति धनेश को जब यह जानकारी मिली की, उनकी पत्नी राज्य शासन के श्रम विभाग में असंगठित खेतिहर मजदूर के रूप में पंजीकृत थी, और ऐसे पंजीकृत व्यक्तियों की जब घटना, दुर्घटना एवं अन्य किसी भी बीमारियों से मृत्यु होने के बाद पंजीकृत के निकटतम संबंधितों को एक लाख रूपए की आर्थिक सहायता दी जाती है। अब धनेश ने 15 सितम्बर 22 को ऑनलाईन आवेदन किया, लेकिन तकनीकि कारणों से यह आवेदन स्वीकार नहीं हो पाया। धनेश के 12 जून 23 को कलेक्टर जनदर्शन में उपस्थित होकर इस योजना का लाभ एवं न्याय के लिए आवदेन किया था। कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे के निर्देश पर श्रम विभाग ने शीघ्रता से कार्यवाही करते हुए असंगठित कर्मकार मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना के तहत एक लाख रूपए की स्वीकृति दी है।
श्रम पदाधिकारी आरके प्रधान ने बताया कि असंगठित कर्मकार मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना के तहत एक लाख रूपए की स्वीकृति दी है। लक्ष्मी बाई श्रम विभाग में असंगठित खेतिहर मजदूर के रूप में पंजीकृत थी। उनहोने बताया कि इस योजना के तहत पंजीकृत नागरिकों की आत्महत्या को छोड़कर घटना,दुर्घटना और अन्य बीमारियों की वजह से मृत्यु हो जाती है तो उनके निकटतम संबंधितों को राज्य शासन द्वारा एक लाख रूपए की आर्थिक सहायता देने का प्रावधान है। उन्होने बताया कि छत्तीसगढ़ असंगठित कर्मकार राज्य सामाजिक सुरक्षा मंडल द्वारा असंगठित कर्मकारों के लिए कुल 27 अलग-अलग प्रकार की योजनाएं संचालित है।
कलेक्टर के निर्देश पर श्रम विभाग में लंबित प्रकरणों में तेजी आई
कलेक्टर जनमेजय महोबे के निर्देश पर जिला श्रम कार्यालय में श्रम विभाग में छत्तीसगढ़ असंगठित कर्मकार राज्य समाजिक सुरक्षा मंडल और छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ के लिए लंबित प्रकरणों में तेजी आई है। श्रम पदाधिकारी आरके प्रधान ने बताया कि कार्यालय में लंबित सभी प्रकरणों का शीघ्रता से निराकरण किया जाएगा। विभाग में संगठित और असंगठित पंजीकृत हितग्राहियों के लिए 27-27 योजनाएं संचालित है। अधिक जानकारी के लिए जिला श्रम पदाधिकारी कार्यालय में संपर्क कर जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
धनेश कुमार की पत्नी लक्ष्मी बाई राज्य शासन के श्रम विभाग के सचांलित असंगठित कर्मकार राज्य सामाजिक कल्याणकारी योजनाओं के अतर्गत असंगठित खेतिहर मजदूर के रूप में पंजीकृत थी। वह ग्राम मजगांव की थी। लक्ष्मी बाई कैंसर से पीडित थी। उनका उपचार चल रहा है। उपचार के दौरान 16 जुलाई 2022 को मृत्यु हो गई। उनके पति धनेश को जब यह जानकारी मिली की, उनकी पत्नी राज्य शासन के श्रम विभाग में असंगठित खेतिहर मजदूर के रूप में पंजीकृत थी, और ऐसे पंजीकृत व्यक्तियों की जब घटना, दुर्घटना एवं अन्य किसी भी बीमारियों से मृत्यु होने के बाद पंजीकृत के निकटतम संबंधितों को एक लाख रूपए की आर्थिक सहायता दी जाती है। अब धनेश ने 15 सितम्बर 22 को ऑनलाईन आवेदन किया, लेकिन तकनीकि कारणों से यह आवेदन स्वीकार नहीं हो पाया। धनेश के 12 जून 23 को कलेक्टर जनदर्शन में उपस्थित होकर इस योजना का लाभ एवं न्याय के लिए आवदेन किया था। कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे के निर्देश पर श्रम विभाग ने शीघ्रता से कार्यवाही करते हुए असंगठित कर्मकार मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना के तहत एक लाख रूपए की स्वीकृति दी है।
श्रम पदाधिकारी आरके प्रधान ने बताया कि असंगठित कर्मकार मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना के तहत एक लाख रूपए की स्वीकृति दी है। लक्ष्मी बाई श्रम विभाग में असंगठित खेतिहर मजदूर के रूप में पंजीकृत थी। उनहोने बताया कि इस योजना के तहत पंजीकृत नागरिकों की आत्महत्या को छोड़कर घटना,दुर्घटना और अन्य बीमारियों की वजह से मृत्यु हो जाती है तो उनके निकटतम संबंधितों को राज्य शासन द्वारा एक लाख रूपए की आर्थिक सहायता देने का प्रावधान है। उन्होने बताया कि छत्तीसगढ़ असंगठित कर्मकार राज्य सामाजिक सुरक्षा मंडल द्वारा असंगठित कर्मकारों के लिए कुल 27 अलग-अलग प्रकार की योजनाएं संचालित है।
कलेक्टर के निर्देश पर श्रम विभाग में लंबित प्रकरणों में तेजी आई
कलेक्टर जनमेजय महोबे के निर्देश पर जिला श्रम कार्यालय में श्रम विभाग में छत्तीसगढ़ असंगठित कर्मकार राज्य समाजिक सुरक्षा मंडल और छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ के लिए लंबित प्रकरणों में तेजी आई है। श्रम पदाधिकारी आरके प्रधान ने बताया कि कार्यालय में लंबित सभी प्रकरणों का शीघ्रता से निराकरण किया जाएगा। विभाग में संगठित और असंगठित पंजीकृत हितग्राहियों के लिए 27-27 योजनाएं संचालित है। अधिक जानकारी के लिए जिला श्रम पदाधिकारी कार्यालय में संपर्क कर जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
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