आजादी के 75 साल बाद छत्तीसगढ़ ने कई क्षेत्रों में विकास की इबारत लिखी है. यहां के युवाओं और युवतियों ने छत्तीसगढ़ का नाम न केवल देश बल्कि ...
आजादी के 75 साल बाद छत्तीसगढ़ ने कई क्षेत्रों में विकास की इबारत लिखी है. यहां के युवाओं और युवतियों ने छत्तीसगढ़ का नाम न केवल देश बल्कि विदेशों में भी ऊंचा किया है. राजनांदगांव की बेटी वंशिका ने भी कुछ ऐसा ही किया है. वंशिका पांडेय भारतीय थल सेना में लेफ्टिनेंट बनीं हैं. वह छत्तीसगढ़ से पहली महिला हैं जिन्होंने लेफ्टिनेंट का पद हासिल किया है. वंशिका की इस सफलता पर पूरा देश गौरवान्वति महसूस कर रहा है.
वंशिका पांडेय को बधाइयों का तांता: सीएम भूपेश बघेल ने वंशिका पांडे की सफलता पर खुशी जताई है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि "भारतीय थल सेना में छत्तीसगढ़ की प्रथम महिला लेफ्टिनेंट बनने पर वंशिका बिटिया को बधाई एवं शुभकामनाएं. वंशिका ने अपने माता-पिता सहित पूरे प्रदेश का मान बढ़ाया है.उनकी यह सफलता प्रदेश की लाखों युवतियों के लिए प्रेरणास्त्रोत का काम करेगी" मंत्री अनिला भेड़िया ने वंशिका की सफलता पर खुशी जताई और उन्हें उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं. इससे पहले पूर्व सीएम रमन सिंह ने भी वंशिका को बधाई दी थी
ऐसे लेफ्टिनेंट बनीं वंशिका: वशिंका ने सेना की तरफ से आयोजित एसएससी परीक्षा पास की थी. इस परीक्षा में कुल 18 हजार उम्मीदवार शामिल हुए थे. इस परीक्षा में वंशिका पास हुईं और उन्हें इंटरव्यू के लिए बुलाया गया. उन्होंने इंटरव्यू के बाद मेरिट लिस्ट में अच्छा स्थान बनाया. फिर उन्हें ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी चेन्नई में प्रशिक्षण के लिए भेजा गया. इस ट्रेनिंग में भी वंशिका का प्रदर्शन बेहतरीन रहा. वंशिका पांडेय की प्रारंभिक परीक्षा राजनांदगांव में हुई. उन्होंने बाल भारती पब्लिक स्कूल से स्कूलिंग की. फिर इंजीनियरिंग की पढ़ाई ज्ञान गंगा इंजीनियरिंग कॉलेज जबलपुर से की. उसके बाद वंशिका पांडे ने राजीव गांधी औद्योगिक यूनिवर्सिटी भोपाल की मेरिट लिस्ट में प्रथम स्थान हासिल किया. वंशिका पांडे ने मेकेनिकल इंजीनियरिंग में पूरे देश में तीसरा स्थान प्राप्त किया. इस तरह पढ़ाई में अव्वल रहने के बाद वंशिका ने सेना की परीक्षा में सफलता हासिल कर लेफ्टिनेंट का पोस्ट हासिल किया है.
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